आज बच्चों का विकास जिस रूप में होगा। वही हमें कल के आने वाले अपने घर, परिवार, समाज और देश के रूप में दिखेगा। आज यदि ये लड़ाई-झगड़े की ओर प्रवृत्त हो गए तो आगे जाकर हमें हिंसा ही देखने को मिलेगी।
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